Friday, September 20, 2013

प्रेम प्रेम

आधार जगत का प्रेम प्रेम, आह्लाद जगत का प्रेम प्रेम।  
वाणी बस एक प्रेम प्रेम , विस्तार जगत का प्रेम प्रेम।। 

आनंद जगत का प्रेम प्रेम, अनुदान जगत का प्रेम प्रेम। 
पुकार जगत की प्रेम प्रेम , लक्ष्य जगत का प्रेम प्रेम।।

रस की धारा है प्रेम प्रेम, आँखों की भाषा प्रेम प्रेम।  
राधा का जीवन प्रेम प्रेम , कान्हा की लीला प्रेम प्रेम।।

सबकी अभिलाषा प्रेम प्रेम , विरहिणी की आशा प्रेम प्रेम। 
मित्रों का साँझा प्रेम प्रेम , तेरी मेरी गाथा प्रेम प्रेम।। 

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