कोई नया परिचय -
तुम्हारा नाम लगता है,
कोई नया अनुभव -
तुम्हारे साथ होना चाहता है,
प्रकृति की गोद-
साथ् चाहती है तुम्हारा।
कोई नया गीत-
तलाशता है तुम्हे,
कोई नई राह-
जाती होगी तुम तक पर-
पथिक नही पहुँच पाता वहाँ।
लेकिन हर कार्य से पहले,
सोच से पहले,
अनुभव से पहले और बाद तक
सिर्फ और सिर्फ् तुम होते हो।
तुम्हारा नाम लगता है,
कोई नया अनुभव -
तुम्हारे साथ होना चाहता है,
प्रकृति की गोद-
साथ् चाहती है तुम्हारा।
कोई नया गीत-
तलाशता है तुम्हे,
कोई नई राह-
जाती होगी तुम तक पर-
पथिक नही पहुँच पाता वहाँ।
लेकिन हर कार्य से पहले,
सोच से पहले,
अनुभव से पहले और बाद तक
सिर्फ और सिर्फ् तुम होते हो।
No comments:
Post a Comment