वो चुप हैं,
सिमटे हैं अपने आप में;
बचते हैं ,
कहीं खुल न जाएँ आपसे;
तनते हैं ,
कुछ ढीले होने के लिए,
डरते हैं दूसरों से,
पर लड़ते हैं अपने आप से;
मुझे मालूम है -
इस चुप्पी में खिलखिलाहट,
बचने में छटपटाहट,
तनने में मुस्कुराहट ,
डरने में अव्यक्त आहट,
और लड़ने में सकपकाहट,
की अभिव्यक्ति है।
छोड़ो भी ये आडम्बर,
उठाओ सर ,
मिलाओ कर ,
निकालो डर,
हम सभी अपने हैं,
पाना चाहते हैं तुम्हे,
बिल्कुल तुम्हारी तरह।
सिमटे हैं अपने आप में;
बचते हैं ,
कहीं खुल न जाएँ आपसे;
तनते हैं ,
कुछ ढीले होने के लिए,
डरते हैं दूसरों से,
पर लड़ते हैं अपने आप से;
मुझे मालूम है -
इस चुप्पी में खिलखिलाहट,
बचने में छटपटाहट,
तनने में मुस्कुराहट ,
डरने में अव्यक्त आहट,
और लड़ने में सकपकाहट,
की अभिव्यक्ति है।
छोड़ो भी ये आडम्बर,
उठाओ सर ,
मिलाओ कर ,
निकालो डर,
हम सभी अपने हैं,
पाना चाहते हैं तुम्हे,
बिल्कुल तुम्हारी तरह।
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